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Archive for 2013


Indira Gandhi And Firoz Khan 

इस नालायक सरकार ने इंदिरा गाँधी को एक बहुत ही जिम्मेदार , ताकतवर और राष्ट्रभक्त महिला बताया हैं , चलिए इसकी कुछ कडवी हकीकत से मैं भी आज आपको रूबरू करवाता हूँ !!! इंदिरा प्रियदर्शिनी नेहरू राजवंश में अनैतिकता को नयी ऊँचाई पर पहुचाया. बौद्धिक इंदिरा को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में भर्ती कराया गया था लेकिन वहाँ से जल्दी ही पढाई में खराब प्रदर्शन के कारण बाहर निकाल दी गयी. उसके बाद उनको शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय में भर्ती कराया गया था, लेकिन गुरु देव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने उन्हें उसके दुराचरण के लिए बाहर कर दिया. शान्तिनिकेतन से बहार निकाल जाने के बाद इंदिरा अकेली हो गयी. राजनीतिज्ञ के रूप में पिता राजनीति के साथ व्यस्त था और मां तपेदिक के स्विट्जरलैंड में मर रही थी. उनके इस अकेलेपन का फायदा फ़िरोज़ खान नाम के व्यापारी ने उठाया.

JawaharLaL Nehru Hindu or Muslim?

आपने नेहरु के बारे में बहुत कुछ पढ़ा सुना होगा. मेरा लेख पढ़िए प्रमाण के
साथ....
नेहरु हिंदू थे या मुस्लिम:एक खोज भाग-१
(इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार जो अधिकांश लोग जानते है)
• गियासुद्दीन गाजी उर्फ गंगाधर नेहरु- पिता मोतीलाल नेहरु
• मोतीलाल नेहरु- पिता जवाहर लाल नेहरु,
• जवाहर लाल नेहरु- पिता मोतीलाल नेहरु/मुबारक अली
• मैमून बेगम उर्फ इंदिरा गाँधी- पिता जवाहर लाल नेहरु
• राजीव खान गाँधी- पिता फिरोज खान वल्द जहाँगीर नवाब खान, माता मैमून बेगम
उर्फ इंदिरा गाँधी. राजीव खान गाँधी ने ईसाई धर्म अपनाकर अपना नाम रोबर्टो
रखकर अंतोनियो मैनो उर्फ सोनिया कैथोलिक ईसाई से शादी की
• संजय खान गाँधी- पिता मोहम्मद युनुस खान, माता मैमून बेगम उर्फ इंदिरा गाँधी
• राउल विन्ची उर्फ राहुल गाँधी- पिता राजीव खान गाँधी उर्फ रोबर्टो (कैथोलिक
ईसाई)

Nehru Family  ≠  Gandhi Family Click For large 
न्यूज़ चैनल पर कभी पत्रकार रहे कांग्रेसी राजीव शुक्ला ने कहा कि-
"देश के लोगों की औकात नहीं है कि वे नेहरु गाँधी परिवार पर कोई सवाल खड़ा करें."
पहला महत्त्वपूर्ण सवाल मैं खड़ा करता हूँ-
यह स्वयंभू 'पवित्र परिवार' अपने नाम के आगे गाँधी क्यों लगाता है...?
गाँधी से इनका कौन-सा रिश्ता है, यह रिश्ता कैसा है, कब से है, किस परंपरा के अंतर्गत है...??
इंदिरा नेहरु जब शादी रचाती है, तो वह खान बनती है किन्तु बाद में अचानक गाँधी बन जाती है.
फ़िरोज़ अच्छा भला खान होता है, किन्तु इंदिरा नेहरु से शादी करके वह भी गाँधी बन जाता है.
राजीव जब सोनिया से शादी करता है तो ईसाईहो जाता है, किन्तु पता नहीं किस आकर्षण/लोभ/ *दबाव में वह पुनः गाँधी बन जाता है.
सोनिया माइनो होकर भी गाँधी बन जाती है, जबकि वह कट्टर रोमन कैथोलिक ईसाई ही बनी रहती है.
राहुल जब पैदा होता है, तो उसका नाम रखा जाता है- रौल विन्सी (?) पर जाने किस आकर्षण में बाद में वह भी राहुल गाँधी बनजाता है.
प्रियंका जब पैदा होती है, तो उसका नाम होता है- वियंका विन्सी (?)
किन्तु बाद में वह भी प्रियंका गाँधी बन जाती है.







Well , We Already know That Nehru Was RoyaL Romeo BoleTo Ladkio Ka Diwana Tha . UperWali Tasvir Dekhiye Samaj Zayenge . Nehru Was Died Because Of StD (Sexually Transmitted Disease). Short ME Boleto Ye Ek


       Transfer of Power Agreement" को जाने और दुसरो को बताएं


14 अगस्त 1947 की रात को जो कुछ हुआ है वो आजादी नहीं आई बल्कि ट्रान्सफर ऑफ़ पॉवर का एग्रीमेंट हुआ था पंडित नेहरु और लोर्ड माउन्ट बेटन के बीच में | Transfer of Power और Independence ये दो अलग चीजे है | स्वतंत्रता और सत्ता का हस्तांतरण ये दो अलग चीजे है | और सत्ता का हस्तांतरण कैसे होता है ? आप देखते होंगे क़ि एक पार्टी की सरकार है, वो चुनाव में हार जाये, दूसरी पार्टी की सरकार आती है तो दूसरी पार्टी का प्रधानमन्त्री जब शपथ ग्रहण करता है, तो वो शपथ ग्रहण करने के तुरंत बाद एक रजिस्टर पर हस्ताक्षर करता है, आप लोगों में से बहुतों ने देखा होगा, तो जिस रजिस्टर पर आने वाला प्रधानमन्त्री हस्ताक्षर करता है, उसी रजिस्टर को ट्रान्सफर ऑफ़ पॉवर की बुक कहते है और उस पर हस्ताक्षर के बाद पुराना प्रधानमन्त्री नए प्रधानमन्त्री को सत्ता सौंप देता है | और पुराना प्रधानमंत्री निकल कर बाहर चला जाता है | यही नाटक हुआ था 14 अगस्त 1947 की रात को 12 बजे | लार्ड माउन्ट बेटन ने अपनी सत्ता पंडित नेहरु के हाथ में सौंपी थी, और हमने कह दिया कि स्वराज्य आ गया | कैसा स्वराज्य और काहे का स्वराज्य ? अंग्रेजो के लिए स्वराज्य का मतलब क्या था ? और हमारे लिए स्वराज्य का मतलब क्या था ?ये भी समझ लीजिये |


भारत मे गाय काटने का इतिहास !
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इस देश मुगल सीधा गाय का कत्ल करते थे ! और कई बार हमारे राजा मुगलो का इसी बात पर वध करते थे ! जैसे शिवाजी ने गौ माता को बचाने के लिए एक मुगल राजा की बाजू काट दी थी !!
लेकिन उन्होने कोई कत्लखाना नहीं खोला !!

पर जब अंग्रेज़ आए ये बहुत चालक थे ! किसी भी गलत काम को करने से पहले उसको कानून बना देते थे फिर करते थे और कहते थे हम तो कानून का पालन कर रहे हैं !!



..1966.. के पाकिस्तान के भारत पर होने वाले हमले से पूर्व चीन ने भारत पर हमला किया था 1962 ने !
और ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हमला था ! इसको इसलिए दुर्भाग्यपूर्ण माना जाता है कि उस समय vk krishna menon जैसा नेता भारत का रक्षा मंत्री था !!

दुर्भाग्यपूर्ण वाली बात ये है कि VK krishan menon थे तो भारत के रक्षा मंत्री लेकिन हमेशा विदेश घूमते रहते थे ! उनको हिदुस्तान रहना अच्छा ही नहीं लगता था आमेरिका अच्छा लगता था !फ्रांस अच्छा लगता था !ब्रिटेन अच्छा लगता था ! नुयोर्क उनको हमेशा अच्छा लगता था ! उनकी तो मजबूरी थी कि भारत मे पैदा हो गए थे ! लेकिन हमेशा उनको विदेश रहना और वहाँ घूमना ही अच्छा लगता था ! और जो काम उनको रक्षा मंत्री का सौंपा गया था उसको छोड़ वो बाकी सब काम करते थे !